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Typing kaise sikhe

Typing kaise sikhe। Typing सीखने का easy तरीका

क्या आप typing सीखना चाहते हैं, या अपनी typing speed को बढ़ाना चाहते हैं, तो निश्चिंत हो जाइये क्योंकि इस पोस्ट में दी गई जानकारी आपको टाइपिंग सीखने और टाइपिंग स्पीड को बढ़ाने में काफी मदद करेगी। 

टाइपिंग आना एक ऐसी कला है, जो आपकी योग्यता को बढ़ाता है, आप चाहे किसी भी क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करना चाहते हों आपके लिए Typing आना हमेशा फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि टाइपिंग को कई नौकरियों में जरुरी कौशल के तोर पर माँगा जाता है। 

वैसे भी सिर्फ नौकरी ही क्यों बल्कि टाइपिंग के आधार पर आप खुद का कार्य भी कर सकते है, फिर चाहे वह डाटा एंट्री का कार्य हो या दूसरों को भी यह कौशल सिखाने का।  

तो कहने का अर्थ है, की टाइपिंग सीखने के अनेक फायदे हैं, और यदि हमारे द्वारा बताये गए इन तरीकों और rules को आप follow करते हैं, तो बहुत ही कम समय में आप भी काफी अच्छी टाइपिंग करने लगेंगे, तो चलिए अब जानते हैं typing kaise sikhe.


Typing kaise sikhe |Typing सीखने का सबसे easy तरीका।

टाइपिंग सीखना शुरू करने से पहले आपको अपने दिमाग में यह बात बिठा लेनी है की टाइपिंग एक बहुत ही आसान skill है, जिसे आप काफी जल्दी सीख सकते हैं, बस इसके लिए आपको प्रतिदिन प्रैक्टिस करनी होगी, वो भी ज्यादा नहीं बस दिन में 1 घंटे और यदि ऐसा आप सिर्फ 2 महीने करते हैं, तो यकीन मानिये आप ठीक-ठाक typing करने लगेंगे और धीरे-धीरे आपकी typing speed भी बेहतर हो जाएगी। 

किसी और को तेजी से टाइपिंग करते देखना हमेशा काफी मुश्किल लगता है, लेकिन यह उतना भी मुश्किल नहीं है बस आपको शुरुवात करने की आवश्यकता है। 

टाइपिंग सीखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें जिनका आपको ध्यान रखना है। 

Typing tips in Hindi

  • टाइपिंग में आपका sitting position काफी महत्व रखता है, जिसके लिए आपको टेबल और कुर्सी का उपयोग करना चाहिए ताकि आप Comfortably सीधे बैठकर टाइपिंग शुरू कर सकें।  
     
  • सबसे पहले आप को कंप्यूटर के keyboard में अपनी उंगलियों का स्थान पता होना चाहिए क्योंकि टाइपिंग में हर ऊँगली का स्थान और काम तैय होता है, यानि आपकी सभी उँगलियाँ टाइपिंग के दौरान active रहती हैं। 

  • अपनी उँगलियों को Home row यानि कीबोर्ड की मध्य पंक्ति में रखना है, यानि ASDF और JKL, और अगर आप ध्यान से कीबोर्ड पर नजर डालेंगे तो पाएंगे की F key और J key में उँगलियों को position करने के लिए एक निशान भी उभरा होता है, जिसका मकसद यह होता है की आप बिना देखे ही बस छू कर कीबोर्ड पर अपनी उँगलियों की सही स्तिथि का अंदाजा लगा सकें। 
  • याद रहे की Home raw (ASDF, JKL) से ही टाइपिंग की शुरुवात की जाती है और उँगलियां टाइप करने के बाद इन्ही Keys में वापस आ जाती हैं। 

  • अब आपको MS word या notepad खोल लेना है और पहले दिन सिर्फ दो keys की ही प्रैक्टिस करनी है, यानि अपनी उँगलियों को Home raw में रखना है, फिर निर्धारित ऊँगली से key को press करना है और  ऊँगली को वापस home raw में ले आना है।

    उदाहरण के तोर पर सीधे हाथ की index finger से (Y) को press करना है और वापस ऊँगली को (Home raw) (J) में ले आना है। फिर उलटे हाथ की Index finger से (T) को press करना है और (Home raw) (F) में वापस ले आना है। 

  • इसी तरह से हर दिन नए keys की प्रैक्टिस करनी है लेकिन याद रहे किसी भी ऊँगली से टाइप नहीं करना है बल्कि उस key के लिए निर्धारित ऊँगली से ही टाइप करना है। उँगलियों की सही position जानने के लिए आप Finger position chart डाउनलोड कर सकते हैं। 

  • टाइपिंग करते समय आपको कीबोर्ड की ओर नहीं देखना है, बल्कि Home raw पर उँगलियाँ रखकर टाइप करना है और अपनी नजर स्क्रीन पर रखनी है। 

  • ऊपर बताए गए तरीके से प्रैक्टिस करने पर बहुत जल्द ही आपकी उँगलियाँ keys पर set हो जाएंगी, और कुछ समय बाद खुद ब खुद ही सही key पर जाने लगेंगी और आप सही typing करने लगेंगे। 

  • एक बात का ध्यान रखना है की आपको टाइपिंग प्रैक्टिस धीरे-धीरे करनी है यानि स्पीड में प्रैक्टिस नहीं करनी है, जिससे आपकी Accuracy बढ़ेगी और जब एक बार आप सीख जाएंगे और एक्यूरेसी भी बेहतर हो जाएगी तो स्पीड कभी भी बढ़ाई जा सकती है।

  • अब लगभग 15 दिन के बाद आप टाइपिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग भी कर सकते हैं, जिनमे छोटे sentence टाइप कर के या games द्वारा अपनी एक्यूरेसी को बढ़ा सकते हैं। 

  • अगर हमारे द्वारा बताए गए इन नियमों या सुझावों को आप अपनाते हैं, तो निश्चित ही बहुत कम समय में आप अच्छी typing करने लगेंगे। 

अंतिम शब्द

शुरू में टाइपिंग करना आपको बोर लग सकता है और आपकी उँगलियों में थोड़ा दर्द भी महसूस हो सकता है, क्योंकि काफी देर तक उँगलियों का एक ही स्तिथि में रहने पर यह दर्द महसूस होता है, जो समय के साथ ठीक हो जाता है।

टाइपिंग सीखने वक़्त हमेशा accuracy में विशेष ध्यान दें, स्पीड बढ़ाने की कोशीश ना करें क्योंकि एक बार जब आपकी उँगलियाँ कीबोर्ड पर set हो जाएँगी और खुद ब खुद ही चलने लगेंगी तो स्पीड भी बेहतर होने लगेगी।

हमें उम्मीद है, इस लेख को पढ़कर आपको जानकारी हो गई होगी की आप typing kaise seekh sakte hain, और लेख में बताए गए तरीकों को अपनाकर निश्चित ही आप बहुत ही कम समय में टाइपिंग सीख जाएँगे।

यह भी पढ़े:- Internal Storage और External Storage में क्या Difference है।
               Difference between Modem and Router in Hindi

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This Post Has 7 Comments

  1. shalu

    bilkkul shi baat hai

  2. Amit yadav

    Aapne typing shikhne ke tips diye usse hamne apny typing speed ko badaya
    Good Tips

  3. Sunil Sonawane

    Thanks For Typing Tips

  4. Dinesh kumar Banshiwal

    Thanka for typng

  5. Sandeep meena

    Thanks for this tip

  6. Vikash dhurweu

    We really liked your tips, thanks

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