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(SCM) Supply chain management in hindi | सप्लाई चैन मैनेजमेंट क्या होता है

हमारी पिछली पोस्ट में हमने Agile मॉडल के बारे में जानकारी दी है, Kanban और devops के बारे में भी बताया है, इसी कड़ी में आज हम आपको (SCM) के बारे में जानकारी देंगे। (SCM) यानि Supply chain management भी बताये गए पिछले टॉपिक्स से मिलता जुलता या यूँ कहें की संबंधित टॉपिक ही है, तो चलिए जानते हैं, SCM क्या है, What is Supply chain management in Hindi

क्या आपने कभी विचार किया है, चीजें या सामान जिनका आप प्रतिदिन उपयोग करते हैं, या जो आपके इस्तेमाल की चीजें है, वे आप तक कैसे पहुँचती हैं, तो आपको बता दें की इसके पीछे (SCM) Supply chain management ही होता है। 

(SCM) Supply chain management in Hindi

किसी व्यवसाय की तरक्की इस बात पर निर्भर करती है, की वह अपने ग्राहकों की आवश्यकता, सामाग्री को लेकर उनकी डिमांड की पूर्ति सही समय पर करता रहे, और इसके लिए उसे (SCM) सप्लाई चैन मैनेजमेंट यानि आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को अपनी रणनीतिक प्राथमिकता बनाना आवश्यक है, लेकिन आख़िर (SCM) आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन होता क्या है, चलिए जानते हैं। 

(SCM) आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन वस्तुओं और सेवाओं के निरंतर प्रवाह (Flow) को कहते हैं, इसमें कच्चे माल की आपूर्ति, माल की आवाजाही (Transportation) उसका भंडारण (Storage) उसकी इन्वेंट्री और फिर फाइनल प्रोडक्ट को उसके स्त्रोत से गंतव्य तक यानी सप्लायर से उपभोक्ता तक पहुँचाने की पूरी प्रक्रिया शामिल रहती है। 

दूसरे शब्दों में कहें तो, किसी प्रोडक्ट को उसके ग्राहक या उपभोक्ता तक पहुँचने के लिए एक लंबी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें लोग, संगठन, सुचना और संसाधन यानि हर वो प्रक्रिया शामिल रहती है, जो कच्चे माल को फाइनल प्रोडक्ट में परिवर्तित करती है। इसमे कच्चे माल की व्यवस्था से लेकर, प्रोडक्ट का उत्पादन, उसकी पैकेजिंग, शिपिंग, वेयरहाउसिंग तथा अंतिम पड़ाव यानि प्रोडक्ट की डिलीवरी तक सभी कुछ शामिल रहता है।

तो प्रोडक्ट उत्पादन, प्रोडक्ट की सप्लाई से डिलीवरी तक की इस पूरी प्रक्रिया की हैंडलिंग, इसका मैनेजमेंट Supply chain management द्वारा ही किया जाता है, और इसके लिए Specialized SCM Software’s का उपयोग किया जाता है, जिसका एक उदाहरण आप ERP से ले सकते हैं, जिसमे दूसरे बिज़नेस मैनेजमेंट रोल्स के अलावा SCM की भी सुविधा उपलब्ध होती है। यानि कुल मिलाकर (SCM Process) आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रक्रिया में बिज़नेस ऑपरेशन का प्रत्येक पहलु शामिल होता है।

क्या हो यदि सप्लाई चैन मैनेजमेंट सही से काम ना करे, तो ऐसे में डिमांड होने के बावजूद भी सही समय पर, सही व्यक्ति तक, सही कीमत और सही मात्रा में माल सप्लाई नहीं हो सकेगा, लेबर का समय बरबाद होगा, उत्पादन और ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ जाएगी जिसके फलस्वरूप ग्राहकों तक सामान नहीं पहुँच पाएगा और व्यवसाय को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। आम तोर पर ख़राब सप्लाई चैन मैनेजमेंट का सबसे बढ़ा कारण प्राकर्तिक आपदा होती है, जिसका उदाहरण आप कोरोना महामारी से ले सकते हैं। 

सप्लाई चैन मैनेजमेंट कैसे काम करता है

(SCM) सप्लाई चैन मैनेजमेंट डिमांड और सप्लाई प्रबंधन को Integrate करने की प्रक्रिया है, जिसमे ना सिर्फ संगठन के भीतर बल्कि सप्लाई चैन में मौजूद प्रत्येक सदस्य और चैनल शामिल रहता है, ताकि सभी मिलकर अधिक कुशलता और प्रभावी ढंग से काम कर सकें, और यह पूरी प्रक्रिया सप्लाई चैन मैनेजर द्वारा केंद्रीय रूप से नियंत्रित की जाती है।

आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन सिस्टम में निम्नलिखित 5 घटक होते हैं। 

planning:- कंपनी के प्रोडक्ट या सेवाओं को लेकर ग्राहक की डिमांड को देखते हुवे सभी आवश्यक संसाधनों को जुटाने के लिए रणनीतिक योजना बनाना सबसे पेहला कदम होता है।  

Sourcing :- एक बार जब रणनीतिक योजना यानि प्लानिंग तैयार हो जाए, तो फिर समय आता है, प्लानिंग अनुसार प्रोडक्ट तैयार करने के लिए सही सप्लायर ढूंढ़ना जो फाइनल प्रोडक्ट के लिए कच्चा माल, सामान और दूसरी सेवाएं प्रदान कर सके। 

Manufacturing :- प्रोडक्ट बनाने के लिए आवश्यक कच्चे माल के संचय के बाद, उस प्राप्त माल की समीक्षा की जाती है, और फिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होती है। इस चरण में उत्पाद का निर्माण, गुणवत्ता परिक्षण, और अंत में पैकेजिंग की प्रक्रिया भी शामिल होती है, जिसे सप्लाई चैन मैनेजर्स द्वारा मैनेज किया जाता है। 

Delivering :- मैन्युफैक्चरिंग के बाद और प्रोडक्ट तैयार होने के बाद समय होता है, उस तैयार प्रोडक्ट को ग्राहकों तक लोजिस्टिक्स के माध्यम से पहुँचाना, और SCM प्रक्रिया द्वारा ही प्रोडक्ट की डिलीवरी सुनिश्चित की जाती है। 

Returning :- सप्लाई चैन मैनेजमेंट का कार्य सिर्फ प्रोडक्ट की डिलीवरी करने तक ही सिमित नहीं रहता है, बल्कि डिलीवर किए गए प्रोडक्ट में यदि कोई शिकायत आती है, या कोई डिफेक्टिव प्रोडक्ट है, तो उसकी रिटर्निंग भी SCM द्वारा ही हैंडल की जाती है।  

सप्लाई चैन मैनेजमेंट में शामिल सदस्य

सप्लाई चैन के एक बुनियादी रूप की बात करें तो उसमे Company उसके Suppliers और कंपनी के Customers होते हैं, उदाहरण के तोर पर Raw material producer – Manufacturer – Distributer – Retailer और Customer शामिल रहते हैं।  

(SCM) Benefits of Supply chain management in Hindi

एक बेहतर सप्लाई चैन मैनेजमेंट के निम्नलिखित फायदे हैं। 

  • इसमें उत्पाद, सामाग्री और सुचना का सही प्रवाह हो पाता है। 

  • सही प्रवाह होने के कारण उत्पाद डिलीवरी में तेजी आ जाती है, यानि देरी से बचा जा सकता है। 

  • सप्लायर और उत्पादक मिलकर कार्य करते हैं, जिसके कारण कार्यक्षमता और कार्यकुशलता बढ़ जाती है।

  • सप्लाई चैन मैनेजमेंट द्वारा प्रोडक्ट की सप्लाई से लेकर उसकी डिलीवरी तक की visibility मिल जाती है, जिससे गलती होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। 

  • सभी डिपार्टमेंट मिलकर कार्य करते हैं, और संपर्क में रहते हैं, जिस कारण visibility के साथ-साथ प्रोडक्ट की गुणवत्ता पर भी नियंत्रण रखा जा सकता है। 
     
  • सप्लाई चैन एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर होने से बिज़नेस मैनेजर बिज़नेस की रियल टाइम स्तिथि का आंकलन कर सकते हैं, और एक ही समय में सप्लाई चैन से जुड़े सभी डिपार्टमेंट्स के touch में रहते हैं।
     
  • इन सब सुवधाओं के कारण ना सिर्फ ग्राहक की पसंद और डिमांड का पता चल पाता है, बल्कि कस्टमर रिलेशनशिप भी बेहतर होता है। 

अंतिम शब्द

आपने जाना सप्लाई चैन मैनेजमेंट क्या है, What is Supply chain management in hindi, इसके benefits क्या होते हैं, और यह कैसे काम करता है। उम्मीद है, दी गई जानकारी आपको ज्ञानवर्धक लगी होगी, यदि इस पोस्ट से जुड़े आपके कोई सवाल या सुझाव हैं, तो आप नीचे कमेंट करके हमें बता सकते हैं। 

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