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NLP in hindi

(NLP) natural language processing in artificial intelligence in hindi

हैलो दोस्तों आज का यह पोस्ट (NLP) natural language processing के बारे में है, इसमें आप जानेंगे (NLP) क्या होता है, और NLP का (AI) artificial intelligence में क्या रोल है, यानि Natural language processing in artificial intelligence in Hindi, साथ ही NLP की working और advantages के बारे में भी जानेंगे। 

आप Alexa, cortana या Siri जैसे प्रमुख smart assistance के बारे में तो जानते ही होंगे, यह सभी स्मार्ट apps या Chatbots कहलाते हैं, जो की Human interaction पर काम करते हैं, यानि यह इंसान द्वारा बोले जा रहे शब्दों को detect कर उन्हें Respond करते हैं, या बोले गए शब्दों अनुसार react करते हैं, और यह सब (NLP) Natural language processing के द्वारा ही संभव हो पाता है। तो चलिए अब आसान शब्दों में जानते हैं, NLP क्या है। 

Natural language processing in Artificial intelligence in Hindi

नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) ही किसी कंप्यूटर प्रोग्राम को Human language समझने के लिए सक्षम बनाता है, या यूँ कह सकते हैं, की NLP ही वह टेक्नोलॉजी है, जिसका उपयोग मशीनों द्वारा इंसानी भाषा को समझने, उसे Analyse करने और interpret करने के लिए किया जाता है। 

(NLP) नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (AI) Artificial intelligence की ही एक शाखा है, जिसका उद्देश्य मानव बुद्धि का अनुकरण कर मशीनों को इस प्रकार स्मार्ट बनाना है, की वे इंसानों के लिखने और बोलने के तरीकों को समझने में सक्षम हो सके। यह  मशीनों को मानवीय भाषा समझने और प्रोसेस करने में मदद करता है, ताकि वे कार्यों को स्वचालित रूप से कर सकें। जिस प्रकार आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का लक्ष्य मशीनों को स्मार्ट बनाना है, तो वहाँ पर NLP की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।  

(NLP) नेचुरल लैंग्वेज यानि आम बोल-चाल की भाषा जैसे की English जिसके द्वारा हम इंसान एक दूसरे से बोलकर या लिखकर Interact करते हैं, NLP का इस्तेमाल ना सिर्फ Smart assistance apps के लिए ही किया जाता है, बल्कि हर वो सॉफ्टवेयर टूल जिनका उपयोग हम अक्सर करते हैं, उन सभी का मूल NLP ही है। उदाहरण के तोर पर जैसे, ट्रांसलेशन सॉफ्टवेयर, स्पैम फिल्टर्स, सर्च इंजन, चैटबॉट, ग्रामर या स्पेलिंग करेक्शन सॉफ्टवेयर इत्यादि जैसी दूसरी ढेरों ऍप्लिकेशन्स हैं, जिन सभी का मूल (NLP) नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग है।

NLP ना सिर्फ इंसानी लैंग्वेज को recognise ही करता है, बल्कि उसे Analyse कर बोले गए शब्दों के संदर्भ को भी समझने की कोशिश करता है, जो की बिलकुल भी आसान काम नहीं है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस में NLP का उपयोग किया जाता है (NLP) नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की मदद से ही machines विभिन्न sources से प्राप्त unstructured डाटा को समझने, उसका एनालिसिस करने और insights प्राप्त करने में सक्षम हो पाती हैं।  

Components of (NLP) Natural language processing

NLP में निम्नलिखित दो घटक होते हैं। 

Natural Language Understanding (NLU)
NLU नेचुरल लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग जैसे की इसके नाम से पता चलता है, की यह इंसानी भाषा को समझने और उसे Analyse करने में मशीनो की मदद करता है। NLU कंटेंट में से metadata को extract करता है, और फिर उनका एनालिसिस कर भाषा के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनका विश्लेषण करने में help करता है, यानि कुल मिलाकर NLU भाषा को पढ़ने और समझने का काम करता है। 

Natural Language Generation (NLG)
जब NLU के माध्यम से मशीन को समझ में आ जाता है, की उस से क्या पूछा गया है, या क्या सवाल है, तो फिर NLG का कार्य शुरू होता है। NLG नेचुरल लैंग्वेज जनरेशन यानि जहाँ पर मशीन Input डाटा के आधार पर स्वतः मौखिक या लिखित रूप से जवाब देती है। यहाँ पर NLG Computerise डाटा को Natural language में परिवर्तित करता है, जो की इस प्रकार प्रतीत होता है, मानो कोई इंसान लिख या बोल रहा हो। 

नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के विभिन्न Phase

नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के निम्नलिखित पाँच चरण होते हैं। 

Lexical Analysis :- यह NLP का शुरुवाती चरण है, इसमें शब्दों और वाक्यांशों की संरचना की पेहचान करना और उनका विश्लेषण करना शामिल रहता है, यानि इसमें प्रत्येक शब्द को समझने, उसके भावार्थ को समझने और शब्दों के बीच के आपसी संबंध को जानने की कोशिश की जाती है। 

Syntactic Analysis :- सिंटैक्टिक एनालिसिस का काम प्रत्येक वाक्य में व्याकरण (Grammar) चेक करने, शब्द व्यवस्था तथा शब्दों (Words) के बीच संबंधों की जाँच करने के लिए किया जाता है, उदाहरण के तोर पर जैसे food love i तो यहाँ पर syntactic analysis इस वाक्य को अस्वीकार करेगा। 

Semantic Analysis :- सिमेंटिक एनालिसिस वाक्य में से अर्थ निकालने की प्रक्रिया है, जिसमे यह शब्दों, वाक्यांशों और वाक्यों के शाब्दिक अर्थ पर ध्यान देता है, और उन वाक्यों को reject करता है, जिनका कोई अर्थ नहीं होता।   

Discourse Integration :- डिस्कोर्स इंटीग्रेशन में किसी भी वाक्य का अर्थ उसके पहले वाले वाक्य के अर्थ से समझा जा सकता है, साथ ही यह तुरंत बाद वाले वाक्य का अर्थ भी समझ सकता है, यानि किसी वाक्य का अर्थ उसके पहले वाले वाक्य पर निर्भर करता है। उदाहरण के तोर पर जैसे “वह यह करना चाहता था” यानि यहाँ पर “वह” वो है, जिसके बारे में पहले वाक्य में बात हो रही थी, जैसे की “राम”। 

Pragmatic Analysis :- यह NLP का पाँचवा और अंतिम चरण है, जो की एक काफी जटिल चरण है। इसमें देखा जाता है, की मशीन को दिए गए टेक्स्ट का ज्ञान तो होना ही चाहिए बल्कि बाहरी वास्तविक दुनिया का भी ज्ञान होना चाहिए, क्योंकि ऐसे कई परिदृश्य हो सकते हैं, जहाँ पर यदि मशीन को वास्तविक दुनिया का ज्ञान ना हो तो वाक्य के इरादे को गलत समझा जा सकता है।

ऐसे में pragmatic analysis द्वारा यह Analyse किया जाता है, की जो कहा गया है, वो क्या है, और साथ ही उसके पीछे का क्या उद्देश्य है, इस पर भी पुनर्व्यख्या की जाती है। उदाहरण के तोर पर जैसे किसी वाक्य में कहा गया हो ” Switch on the AC” तो यहाँ पर इसे Order के बजाय request की तरह लिया जा सकता है। 

NLP Applications in Hindi

नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के निम्नलिखित ऍप्लिकेशन्स हैं। 

Email filtering
आप अपने प्रोफेशनल कार्यों के लिए ईमेल का इस्तेमाल करते हैं, जहाँ पर आपको प्राप्त होने वाली E-mails स्वतः ही तीन श्रेणियों में बट जाती हैं, Primary, social और Promotions जिसमे की आपको प्रमोशनल ईमेल की कभी भी जरुरत नहीं पड़ती है। तो Emails का कंटेंट के आधार पर स्वतः श्रेणियों में बट जाना, यह सब (NLP) नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के द्वारा ही संभव हो पाता है। 

Language Translation
आज के समय में ऑनलाइन AI लैंग्वेज ट्रांसलेशन टूल्स का काफी अधिक उपयोग किया जाता है, जो की आपके लिखे या बोले गए शब्दों को किसी भी मनचाही भाषा में ट्रांसलेट करने में सक्षम होते हैं। यही नहीं बल्कि कोई दूसरी लैंग्वेज जिसे आप नहीं समझते हैं, उसे भी अपनी भाषा में ट्रांसलेट कर समझा जा सकता है। इन ऑनलाइन ट्रांसलेशन टूल्स का उपयोग बहुत महवपूर्ण हो जाता है, जब आप किसी दूसरी भाषा में बात करने वाले व्यक्ति से कम्यूनिकेट करना चाहते हैं।  

Chatbots & Voice assistance
चैटबोट्स और वौइस असिस्टेंस का उपयोग नवीनतम ऍप्लिकेशन्स में आटोमेटिक सवाल-जवाब के लिए किया जाता है, जहाँ पर यह Chat और voice के द्वारा users के सवालों का जवाब देते हैं। यह ये सब इसलिए कर पाते हैं, क्योंकि ये नेचुरल लैंग्वेज को समझने और जवाब देने के लिए designed रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस युक्त Chatbots अपने पिछले user interaction के अनुभव से सीखकर यह भी समझ सकते हैं, की उन्हें किस बात पर कैसे response करना है। 

Grammar checker
नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) का ग्रामर चेकिंग सॉफ्टवेयर में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जहाँ पर यह गलत Sentence, spelling इत्यादि को auto correct करता है। इसका आसान सा उदाहरण आप Grammarly टूल से ले सकते हैं, जिसका इस्तेमाल कर अपनी इंग्लिश राइटिंग और स्पेलिंग को दुरुश्त किया जा सकता है। 

Autocomplete Search engine  
सर्च इंजन पर जब आप कुछ सर्च करने के लिए टाइप करते हैं, तो स्वतः ही आपके द्वारा लिखे जा रहे Words के आधार पर पुरे  sentence के विकल्प निचे दिखने लगते हैं, यानि Autocomplete होकर आपका अधूरा वाक्य पूरा हो जाता है, उदाहरण के तोर पर जैसे आप यदि टाइप करेंगे computer तो नीचे कई suggestions दिखने लगेंगे जैसे computer full form, computer course इत्यादि तो यह (NLP) Natural language processing द्वारा ही संभव होता है। 

NLP advantage in Hindi

1:- यह User द्वारा पूछे गए सवालों के सही और सटीक जवाब देता है। 
2:- User किसी भी विषय से जुड़ा सवाल पूछ सकता है, जिसका उसे सटीक जवाब प्राप्त हो जाता है।
3:- यह कंप्यूटर और इंसान के बीच की बातचीत को संभव बनाता है, जो की नेचुरल लैंग्वेज में ही होती है। 
4:- यह Fraudulent गतिविधि या behaviour की पेहचान कर सकता है।
5:- NLP apply करने से कस्टमर सर्विस रिस्पांस टाइम में तेजी आ जाती है। 
6:- इसे Implement करना काफी आसान है।
7:- NLP इम्प्लीमेंट करना किसी स्टाफ की तुलना में काफी सस्ता पड़ता है। 

निष्कर्ष

आपने पढ़ा (NLP) क्या है, और AI में इसका क्या रोल है, Natural language processing in artificial intelligence in Hindi, साथ ही आपने NLP के advantage तथा विभिन्न NLP applications के बारे में भी जाना। यदि जानकारी आपको ज्ञानवर्धक लगी है, तो इसे अपने मित्रों को भी शेयर करें, और यदि इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो नीचे कमेंट कर आप हमें बता सकते हैं।   

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