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Data breach meaning in hindi

Data breach क्या है। Data breach meaning in Hindi

कंप्यूटर थता ऑनलाइन की दुनिया में अक्सर एक शब्द सुनाई दे जाता है साइबर क्राइम, यानि कंप्यूटर, नेटवर्क या इंटरनेट के माध्यम से किया जाने वाला वह अपराध जो एक आम User, कंपनी या गवर्नमेंट को काफी नुकसान पहुँचा सकता है। अधिक्तर साइबर अपराध के विभिन्न तरीकों का उपयोग Data breach के लिए किया जाता है। तो चलिए जानते हैं, डाटा ब्रीच क्या होता है, (Data breach meaning in hindi)

डाटा ब्रीच क्या है। Data breach meaning in Hindi

साइबर क्राइम की दुनिया में Data breach वह स्थिति होती है, जिसमे किसी व्यक्ति, कंपनी या संगठन की महत्वपूर्ण थता संवेदनशील जानकारी को साइबर अपराधियों द्वारा देखा, access किया या चुरा लिया जाता है।

दूसरे शब्दो में कहा जाए तो डाटा ब्रीच वह घटना होती है, जिसमे forcefully बिना system owner की authorization के संवेदनशील व संरक्षित जानकारियों को किसी अनधिकृत व्यक्ति या संस्था द्वारा देखा, एक्सेस किया या चुरा लिया जाता है।

हर साल लाखों लोग data breach की इन घटनाओं से प्रभावित होते हैं, क्योंकि लोगो का व्यक्तिगत व व्यवसायिक डाटा इंटरनेट पर लगातार ट्रांसमिट होता रहता है, थता बड़े businesses का confidential डाटा भी Servers में स्टोर रहता है, जो की कहीं न कहीं लोकल नेटवर्क या इंटरनेट से जुड़े रहते हैं, तो ऐसे में इनमे Cyber attack का खतरा बना रहता है। 

डाटा ब्रीच में attacker सबसे पहले अपने टारगेट का चुनाव करता है, वह टारगेट किसी का व्यक्तिगत कंप्यूटर, corporate का बड़ा डेटाबेस या फिर गवर्नमेंट एजेंसी का डाटा हो सकता है। उसके उपरांत अटैकर द्वारा सिस्टम या नेटवर्क की कमियों को ढूंढा जाता है, जहाँ से सिस्टम में घुसा जा सके और अंत में तय टारगेट पर अटैक कर दिया जाता है, जिससे confidential डाटा अटैकर तक पहुँच जाता है। 

डाटा ब्रीच का मुख्य टारगेट कोन होता है।

आम तोर पर साइबर अपराधियों का मुख्य टारगेट कॉरपोरेट या गवर्नमेंट एजेंसियों होती हैं, जहाँ लाखों users की personal व financial जानकारियाँ उपलब्ध रहती हैं, जैसे users की identity उनके क्रेडिट या डेबिट कार्ड संबंधित जानकारियाँ इत्यादि।

हालाँकि एक हैकर के लिए हर किसी का confidential डाटा उतना ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि उनके द्वारा चुराई गई इन जानकारियों को मार्किट में बेचा जाता है, जिसके बदले उन्हें अच्छा खासा मुनाफा प्राप्त हो जाता है।  

डाटा ब्रीच होने के मुख्य कारण।

डाटा ब्रीच के निम्नलिखित कारण बन सकते हैं।

  • पासवर्ड के चुराए जाने से या कमजोर पासवर्ड होने पर :- पासवर्ड चुराया जाना या कमजोर पासवर्ड होना डाटा ब्रीच का सबसे आम और मुख्य कारण बनता है, क्योंकि इसमें व्यक्ति पासवर्ड को इतना आसान रख देता है, जैसे 12345, 098765, password1 या admin123 इत्यादि। जिसे एक अपराधी के लिए तोड़ना या पता लगाना काफी आसान हो जाता है। 

  • मैलवेयर :- यह एक malicious सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है, जो कई बार किसी दूसरे सॉफ्टवेयर के साथ कंप्यूटर पर इनस्टॉल हो जाता है, या user एक सही सॉफ्टवेयर समझ कर इसे खुद इनस्टॉल कर लेता है। इनस्टॉल होते ही यह अपने काम पर लग जाता है, और चुप-चाप डाटा चोरी होता जाता है, या कई बार सिस्टम को हैंग कर ठीक करने के बदले यह पैसे की भी demand करता है। 

  • एप्लीकेशन में कमी के कारण :- आज सारा डाटा डिजिटल फॉर्म ले चूका है, सारा काम सॉफ्टवेयर पर किया जा रहा है, तो ऐसे में यदि सॉफ्टवेयर में ही किसी प्रकार की कमी आ जाती है, तो वह साइबर अटैक का कारण बन सकता है। इसी से बचने के लिए जरुरी है, की समय-समय पर सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा release किए जा रहे patch को अपडेट किया जाए। 

  • खो गए या चोरी हुवे उपकरण के कारण :- कई बार वह लैपटॉप, कंप्यूटर या हार्डडिस्क चोरी हो जाती है, या खो जाता है, जिसमे महत्वपूर्ण डाटा था, तो यह भी डाटा की चोरी का कारण बन जाता है।

  • अंदरूनी व्यक्ति के कारण :- कई बार ऐसे अंदरूनी व्यक्ति को भी confidential data का access दे दिया जाता है, जो डाटा ब्रीच का कारण बन सकता है। 

दोस्तों उम्मीद है, अब आप जान गए होंगे data breach क्या है, (data breach meaning in hindi) और इसे कैसे अंजाम दिया जाता है। 

Virus क्या होता है। 

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