You are currently viewing Static IP Address और Dynamic IP Address में क्या अंतर है?
Static IP Address और Dynamic IP Address

Static IP Address और Dynamic IP Address में क्या अंतर है?

हमारी पिछली पोस्ट में आपने आईपी एड्रेस क्या है, इसके बारे में पढ़ा था, उसी को लेकर आज के इस पोस्ट में हम Static IP Address और Dynamic IP Address में क्या अंतर है इसके बारे में समझेंगे। 

यह तो आप जानते ही होंगे की नेटवर्क या इंटरनेट से जुड़ी प्रत्येक डिवाइस का एक IP Address होता है, या यूँ कहें की IP address ही वह माध्यम होता है, जिसके द्वारा कोई डिवाइस नेटवर्क से जुड़ती है, और उस पर इंटरनेट एक्सेस हो पाता है। 

ऐसे में प्रत्येक डिवाइस को जो IP address मिलता है, या आप जो आईपी एड्रेस डिवाइस पर configure करते हैं, वह दो प्रकार से configure किया जा सकता है, एक static IP address के रूप में और दूसरी Dynamic IP address के रूप में, तो चलिए आईपी एड्रेस के दोनों रूपों को समझते हैं। 

Static IP Address क्या होता है?

जब किसी डिवाइस पर स्टैटिक आईपी एड्रेस configure कर दिया जाता है, तो वह आईपी एड्रेस फिर बदलता नहीं है, यानि जब तक आप उस आईपी एड्रेस को खुद से नहीं बदलेंगे डिवाइस पर वह आईपी बना रहेगा।

स्टैटिक आईपी एड्रेस एक fixed आईपी एड्रेस होता है, जो कीसी डिवाइस को assign किया जाता है। स्टैटिक आईपी एड्रेस assign करने के लिए नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर डिवाइस पर जाता है, और फिर LAN प्रॉपर्टीज पर IP address, subnet mask और Gateway तीनो को Manually कॉन्फ़िगर करता है, और इस प्रकार वह आईपी उस सिस्टम का फिक्स आईपी बन जाता है। 

यानि आप कह सकते हैं, की static IP एक fixed आईपी एड्रेस होता है, जो किसी डिवाइस को assign किया जाता है। स्टैटिक आईपी एड्रेस को राऊटर, फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, प्रिंटर सभी डिवाइस पर कॉन्फ़िगर किया जा सकता है। 

Dynamic IP address क्या होता है?

डायनामिक आईपी एड्रेस वह आईपी एड्रेस होता है, जो आटोमेटिक रूप से बदलता रेहता है, यानि डिवाइस रीस्टार्ट करने पर, कुछ दिनों या हफ़्तों में आईपी एड्रेस स्वतः कभी भी बदल सकता है।

उदाहरण के तोर पर जैसे आपके लैपटॉप का आईपी 192.168.1.3 है, लेकिन जैसे ही आपने लैपटॉप रीस्टार्ट किया तो हो सकता है, वह आईपी बदल कर 192.168.1.22 हो जाए। 

डायनामिक आईपी एड्रेस के automatic रूप से बदलने के पीछे DHCP सर्वर होता है, जो की अपने IP pool में से नेटवर्क पर जुड़े सभी डिवाइस को आईपी एड्रेस प्रदान करता है, जहाँ पर नेटवर्क पर जुड़े किसी भी नई डिवाइस को IP pool में से खाली पड़ा आईपी assign कर दिया जाता है। 

डायनामिक आईपी का एक आम उदाहरण आप घर पर लगे राऊटर से ले सकते हैं, जिसमें ISP द्वारा DHCP को Enable रखा जाता है, जिस कारण नेटवर्क से जुड़ते ही डिवाइस को आईपी assign हो जाता है। 

नेटवर्क को Static IP और Dynamic IP एड्रेस क्या होता है

ऊपर आपने एक LAN नेटवर्क में स्टैटिक और डायनामिक आईपी एड्रेस configure करने के बारे समझा।

इसी प्रकार ISP द्वारा भी Static और Dynamic IP एड्रेस का उपयोग किया जाता है, जहाँ पर वह किसी उपभोक्ता को इंटरनेट कनेक्शन देने के लिए Static या Dynamic IP address का उपयोग करता है। 

आम तोर पर जब आप ISP से इंटरनेट कनेक्शन लेते हैं, तो वहाँ पर ISP द्वारा आपको डायनामिक आईपी पर इंटरनेट कनेक्शन प्राप्त होता है, जिसे आप गूगल पर What is my ip टाइप कर चेक कर सकते हैं। इस प्रकार का आईपी एड्रेस डायनामिक होने के कारण कुछ समय में बदलता रेहता है। 

वहीँ यदि आप ISP से एक स्टैटिक आईपी एड्रेस लेते हैं, तो वह आईपी आपके इंटरनेट या नेटवर्क का फिक्स आईपी एड्रेस हो जाता है, और वह बदलता नहीं है। स्टैटिक आईपी एड्रेस के लिए ISP द्वारा एक तैय फीस ली जाती है, जो आपको देनी होती है। 

स्टैटिक आईपी होने से आप अपने किसी भी डिवाइस को रिमोट पर कॉन्फ़िगर कर सकते हैं। इसका उपयोग आमतौर पर रिमोट सर्वर एक्सेस के लिए किया जाता है, यानि अपने ऑफिस LAN से बाहर होने के बावजूद भी आप कहीं भी बैठे ऑफिस LAN पर काम कर सकते हैं। 

Static IP Address और Dynamic IP Address में क्या अंतर है

Static IP Address Dynamic IP Address
स्टैटिक आईपी एड्रेस ISP द्वारा दिया जाता हैडायनामिक आईपी DHCP सर्वर द्वारा दिया जाता है
स्टैटिक आईपी बदलता नहीं है, यह फिक्स होता हैडायनामिक आईपी एड्रेस कभी भी बदल सकता है
फिक्स आईपी एड्रेस होने के कारण इसे कम सुरक्षित समझा जाता हैहर थोड़ा समय में बदलने के कारण इसे सुरक्षित समझा जाता है
यदि नेटवर्क में अधिक कंप्यूटर हैं, तो सभी को स्टैटिक आईपी देने में समय लगता है, तथा आईपी मैंटेन करना मुश्किल होता हैइसमें आईपी देने का काम DHCP का होता है, जो की आसान साबित होता है
स्टैटिक आईपी सेट करने से नेटवर्क पर डिवाइस को आसानी से trace किया जा सकता हैDHCP होने से डिवाइस को trace करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है
स्टैटिक आईपी एड्रेस को maintain करने में अधिक खर्च आता हैDHCP को maintain करने में कम खर्च आता है
स्टैटिक आईपी द्वारा 24×7 क्लाउड रिमोट एक्सेस की सुविधा मिल जाती है।DHCP में यह सुविधा नहीं मिल पाती है
Static IP vs Dynamic IP

अंतिम शब्द

दोस्तों आपने पढ़ा static IP क्या है और Dynamic IP क्या है, तथा दोनों के बीच के अंतर को भी समझा। हमें उम्मीद है, यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। यदि इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो आप कमेंट द्वारा हमसे पूछ सकते हैं।  

Share this:

Leave a Reply