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डाटा मैनेजमेंट क्या है | Data management in hindi

आज का यह पोस्ट डाटा मैनेजमेंट के बारे में है, इसमें आप जानेंगे डाटा मैनेजमेंट क्या है, Data management in Hindi, डाटा मैनेजमेंट का क्या उपयोग है, यह क्यों जरुरी है और इसके लाभ। 

डाटा का महत्व जितना आज है, उतना पहले कभी नहीं रहा, इसका कारण आज की डिजिटल अर्थव्यवस्था है, जहाँ कॉर्पोरेट और बिज़नेस सेक्टर की बुनियाद ही डाटा पर आधारित है। समय की मांग अनुसार आज जहाँ बिज़नेस इंटेलिजेंस (BI), आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और क्लाउड कंप्यूटिंग पर business काम कर रहे हैं, यही कारण है, की आज data की मात्रा में अकल्पनीय वृद्धि हुई है, और वृद्धि के साथ उसके मैनेजमेंट में भी जटिलता आई है। 

ऐसी स्थिति में बिज़नेस या कॉर्पोरेट जगत के लिए Data management solution को अपनाना उनकी पेहली जरुरत बन गया है, ताकि कुशलता पूर्वक डाटा का प्रबंधन किया जा सके, उसकी सुरक्षा की जा सके और डाटा की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके। 

क्योंकि यदि Data का प्रबंधन सही होगा, उसकी गुणवत्ता बेहतर होगी तो ही Business intelligence और Analytic applications सही से काम कर सकेंगी जिससे बिज़नेस में Decision making बेहतर होगी, बेहतर परिणाम दिखेंगे और कंपनी तरक्की करेगी।

तो आपने इतना तो जान लिए है, की डाटा मैनेजमेंट सोल्युशन आवश्यक है, लेकिन डाटा मैनेजमेंट सोल्युशन होता क्या है, data management solution in hindi चलिए इसे भी गहराई से समझते हैं। 

डाटा मैनेजमेंट क्या है | Data Management in Hindi

Data निसंदेह ही सूचना का एक मूल्यवान स्रोत है, जिसे यदि संभाला ना जाए, उसका प्रबंधन सही से ना हो पाए तो वह Corrupt हो सकता है, या किसी काम नहीं आता, इसलिए डाटा मैनेजमेंट का होना आवश्यक है।

डाटा मैनेजमेंट किसी कंपनी या संगठन में उतपन्न होने वाले डाटा को एकत्र करने, व्यवस्थित करने, उसकी प्रोसेसिंग करने, उसे संग्रक्षित करने और संगृहीत करने की एक प्रक्रिया है, ताकि उस डाटा के आधार पर बिज़नेस से जुड़े बेहतर निर्णय लिए जा सकें। 

दूसरे शब्दों में कहें तो कंपनी चाहे छोटी हो या बड़ी, कंपनी में होने वाले दिन-प्रतिदिन के कार्यों में डाटा पर काम होता है, जिसमे नया डाटा Create होता है, और पुराना डाटा भी update होता है, इसी तरह से एकाउंट्स से जुड़ा डाटा, फाइनेंस का डाटा, सोशल मीडिया, कस्टमर रिलेशनशिप, सॉफ्टवेयर, पै रोल, डिजिटल डिवाइस से जुड़ा डाटा इत्यादि, यानि प्रतिदिन डाटा ऐसे ढेरों स्त्रोतों से generate होता है, जिसमे विभिन्न प्रकार का डाटा मौजूद होता है। 

इसी डाटा के भीतर वह सब जरुरी जानकारियाँ छुपी होती हैं, जिनका एनालिसिस करके कोई कंपनी बिज़नेस से जुड़े Decisions ले पाती है, यानि यह डाटा कीसी कंपनी की तरक्की में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन डाटा की इतनी बड़ी मात्रा में से अपने काम की जानकारी जुटाना एक बहुत मुश्किल काम है, तो इस मुश्किल को आसान बनाने के लिए ही data management practice को अपनाया जाता है, ताकि इस प्रकार के डाटा का सही प्रबंधन किया जा सके। 

डाटा मैनेजमेंट का क्या महत्व है। Importance of Data management in Hindi

डाटा किसी भी कंपनी के लिए एक सबसे बड़ी संपत्ति है, जिससे व्यापार में सही निर्णय लिए जा सकते हैं, मार्केटिक रणनीतियाँ तैयार की जा सकती है, बिज़नेस ऑपरेशन्स तथा कस्टमर रिलेशनशिप को बेहतर किया जा सकता है, और लागत कम करते हुवे तेजी से लक्ष्य की प्राप्ति कर व्यापार में लाभ कमाया जा सकता है।

लेकिन यह सब तभी संभव है, जब कंपनी के भीतर डाटा का सही प्रबंधन किया जाए यानि कंपनी द्वारा सही डाटा मैनेजमेंट रणिनीति को अपनाया जाए, ताकि कंपनी के भीतर डाटा की सुरक्षा हो सके और प्रत्येक कर्मचारी को अपने कार्य की जानकारी हो।

एक सही डाटा मैनेजमेंट रणनीति होने से डाटा एनालिसिस बेहतर हो जाता है, निर्णय लेना आसान हो जाता है, डाटा लॉस कम हो है, डाटा की सुरक्षा बेहतर हो जाती है, कार्य कुशलता और उत्पादकता बढ़ जाती है। 

डाटा मैनेजमेंट रणनीति बनाने के 5 स्टेप्स

डाटा मैनजमेंट प्रक्रिया द्वारा पता लगाया जा सकता है, की कोई कंपनी किस प्रकार डाटा को collect, process और store कर रही है। वैसे तो डाटा को लेकर प्रत्येक बिज़नेस या कंपनी की अपनी अलग आवश्यकता हो सकती है, जिसके लिए निम्नलिखित डाटा प्रबंधन से जुड़े टास्क का डाटा मैनेजमेंट प्रोसेस में होना जरुरी है। 

व्यावसायिक उद्देश्य को पेहचाने :- डाटा मैनेजमेंट प्रक्रिया का सबसे पेहला स्टेप है, जिसमे कंपनी के उद्देश्य को जानना जरुरी है, की आख़िर कंपनी को किस प्रकार के डाटा की आवश्यकता है, और उस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए क्या काम किया जाना चाहिए ताकि उत्पादकता और लाभप्रदता (Profitability) दोनों को बढ़ाया जा सके। 

डाटा कलेक्शन प्रोसेस को तैय करें :- कंपनी के लक्ष्य को जानने के बाद अगले चरण में यह निर्धारित करना है, की आवश्यक डाटा को किस प्रकार collect, prepare, Analyze और Store किया जा सकता है।

डाटा कलेक्शन के लिए किन sources का इस्तेमाल होगा, collection का तरीका क्या होगा, क्या डाटा सोर्स Internal होंगे या External, डाटा का प्रकार क्या होगा, क्या वह Structured होगा या Unstructured और क्या डाटा कलेक्शन का तरीका मैनुअल या आटोमेटिक होगा। 

इस सब के बाद Raw डाटा को कैसे clean कर उसे एनालिसिस के लिए तैयार किया जाएगा, और कैसे फिर उस डाटा को स्टोर कीया जाएगा, तो इस चरण में यह सभी पॉइंट्स को identify करना होगा। 

सही तकनीक का पता लगाएं :- एक मजबूत डाटा मैनेजमेंट रणनीति बनाने की दिशा में यह तीसरा चरण है, जिसमे आपको उन बेहतरीन डाटा मैनेजमेंट Solutions, tools तथा platforms को Identify करना है, जो कंपनी की Requirement’s को पूरा करने में खरा उतर सके। डाटा की इतनी बड़ी मात्रा को Manually सॉर्ट करना, उसका एनालिसिस करना असंभव है, इस लिए उस डाटा मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी का चुनाव करें जो कंपनी के existing सिस्टम और नेटवर्क के साथ Integrate हो सके। 

डाटा गवर्नेंस स्थापित करें :- डाटा गवर्नेंस नीतियों, प्रक्रियाओं तथा मानकों का संग्रह है, जिनका पालन कर कोई संगठन अपने तैय किए लक्ष्यों की प्राप्ति करने में सक्षम हो पाता है।

डाटा गवर्नेंस यह सुनिश्चित करता है, की कंपनी के भीतर डाटा का उपयोग जिम्मेदारी के साथ सही और सुरक्षित रूप से हो सके, तथा डाटा गवर्नेंस से जुड़ी नीतियों, प्रक्रियाओं और मानकों की जानकारी कंपनी के मालिक से लेकर प्रत्येक कर्मचारी को हो ताकि यह निर्धारित किया जा सके की किन परिस्थितियों में कब, किसे और क्या एक्शन लेना है। 

Training दें और Execute करें :- एक प्रभावी डाटा मैनेजमेंट रणनीति बनाने के बाद भी वह रणनीति विफल हो सकती है, यदि कर्मचारियों को उसका सही प्रशिक्षण ना मिल हो। इसलिए यह आवश्यक है, की मैनेजमेंट से जुड़े उच्च अधिकारीयों को यह सुनिश्चित करना चाहिए की टीम के प्रत्येक कर्मचारी को उसके काम की पूरी जानकारी दी जाए, उसके पास वह कौशल हो जिससे वह डाटा प्रबंधन रणनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। 

डाटा मैनेजमेंट के लाभ | Benefits of Data management in Hindi

डाटा मैनेजमेंट के निम्नलिखित लाभ हैं। 

  • इससे कर्मचारियों के लिए किसी information को ढूढ़ना और निर्णय लेना आसान हो जाता है। 
  • डाटा लीक और डाटा लोस्स का खतरा कम हो जाता है। 
  • डाटा की सुरक्षा बढ़ जाती है। 
  • ख़राब मैनेजमेंट की स्तिथि बेहतर हो जाती है, और खर्च में भी कमी आ जाती है। 
  • कार्यकुशलता और उत्पादकता दोनों बढ़ जाती हैं। 
  • बिज़नेस का प्रदर्शन बेहतर हो जाता है। 

निष्कर्ष (Conclusion)

आपने पढ़ा डाटा मैनेजमेंट क्या है, Data management in Hindi और इसके क्या फायदे हैं। डाटा मैनेजमेंट रणनीतियों का अनुसरण कर कंपनी अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकती है।

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