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Computer troubleshooting in hindi

(PC) Problems and solutions in hindi | Computer troubleshooting in hindi

Computer Problems and Solutions in hindi | Computer troubleshooting in hindi

आज के इस पोस्ट में हम डेस्कटॉप कंप्यूटर में आने वाली सामान्य समस्याओं थता उनके समाधान के बारे में बात करेंगे, (Computer troubleshooting in Hindi) ताकि आप जान सकें की किस तरह से आप अपने स्तर पर ही कंप्यूटर में आई सामान्य गड़बड़ी का पता लगा सकते हैं, और उसे ठीक भी कर सकते हैं। 

आप घर पर हों या ऑफिस में हर जगह कार्य करने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं, और जब आपका कार्य ही कंप्यूटर पर निर्भर है, तो कंप्यूटर का सुचारु रूप से चलना बहुत जरुरी है। लेकिन क्योंकि कंप्यूटर एक मशीन है, जिसमे आय दिन कुछ ना कुछ छोटी-बड़ी समस्या उत्पन्न होती रहती है, जिसके कारण आपका कार्य तो रुकता ही है, बल्कि सामान्य सी समस्या के लिए भी आपको PC expert को बुलाना पड़ता है, जिससे आपके समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। 

तो क्यों ना आपको कंप्यूटर में उत्पन्न होने वाली उन छोटी-बड़ी समस्याओं और उनके समाधान के बारे में जानना चाहिए, ताकि बिना किसी कंप्यूटर एक्सपर्ट की मदद के भी आप अपने स्तर पर ही Computer troubleshooting कर सकें, यानि समस्या का पता लगाकर उसका समाधान कर सकें। 

यहाँ पर हम उन सभी Common computer problems और उनके Solutions की लिस्ट तैयार करके आपको दे रहे हैं, जिन्हे follow कर आप खुद से ही अपने कंप्यूटर को ट्रबलशूट कर सकेंगे यानि कंप्यूटर में आई समस्या का पता लगा लेंगे और उसका समाधान भी कर सकेंगे।

Computer troubleshooting in hindi 

कंप्यूटर की समस्या और समाधान। Computer troubleshooting in Hindi

10 Common computer Troubleshooting problems and solutions in Hindi

  1. Computer slow ho gaya hai 
    कंप्यूटर का स्लो काम करना एक आम समस्या है, जिसका सामना लगभग हर एक कंप्यूटर यूजर को करना पड़ता है। यदि आपका कंप्यूटर स्लो हो गया है, और वह किसी कमांड को खोलने में थोड़ा समय लगाता है, तो नीचे बताई गई प्रक्रिया द्वारा आप अपने कंप्यूटर की स्पीड को बेहतर कर सकते हैं।


    बेकार के सॉफ्टवेयर को remove करें :- हम अपने कंप्यूटर में कई ऐसे सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर देते हैं, जिनका कभी इस्तेमाल नहीं हो पाता है, या चार-छे महीने में एक बार हम उनका इस्तेमाल करते हैं। तो ऐसे हर एक अनचाहे सॉफ्टवेयर को जिसका इस्तेमाल आप नहीं करते हैं, उन्हें Add/Remove program के ऑप्शन पर जाकर Uninstall कर दें। साथ ही बेहतर स्पीड के लिए C ड्राइव में डाटा ना save करें, जैसे की Desktop, My document, Download इत्यादि यह सभी C ड्राइव का हिस्सा होते हैं।  

    बेकार की फाइल्स को remove करें :- कंप्यूटर पर काम करते हुए कई सपोर्टिंग फाइल generate होती रहती हैं, जो की सिस्टम ड्राइव में स्टोर हो जाती हैं, इन फाइल्स का बाद में कोई उपयोग बाकि नहीं रहता है, तो इन्हे भी समय-समय पर डिलीट करते रहना चाहिए।

    इन फाइल्स को डिलीट करने के लिए आप Windows+R दबाएं जिसके बाद Run खुल जाएगा, अब इसमें %temp% टाइप कर के एंटर कर दें, और दिख रही सभी फाइल्स को डिलीट कर दें, जो डिलीट हो पा रही हैं। अब फिर से रन पर जाकर सिर्फ temp टाइप करें और एंटर कर दें, यहाँ से भी सभी फाइल्स को डिलीट कर दें। एक बार फिर से Run पर जाएं और Prefetch टाइप कर के इसे भी खोलें और उसी प्रकार यहाँ से भी दिख रही सभी फाइल्स को डिलीट कर कम्प्टूयर रीस्टार्ट कर दें। इन फाइल्स को डिलीट करने से भी PC की स्पीड में काफी फर्क पड़ेगा। 

    वायरस स्कैन करें :- कई बार कंप्यूटर में वायरस आ जाने से भी कंप्यूटर की प्रोसेसिंग काफी स्लो हो जाती है, जिसके समाधान के लिए आपको एक सही एंटीवायरस को कंप्यूटर पर इनस्टॉल करना होगा, और उसे अपडेट करने के बाद full system scan पर छोड़ दें। सिस्टम स्कैन होने के बाद यदि सिस्टम में कोई वायरस है, तो वह clean हो जाएगा और आपका कंप्यूटर फिर से बेहतर काम करने लगेगा। 

    यदि ऊपर बताई गई प्रक्रिया के बाद भी कंप्यूटर की स्पीड मे सुधार नहीं हो रहा है, तो बेहतर होगा की आप कंप्यूटर को फॉर्मेट कर लें, जिसके बाद आपके कंप्यूटर की स्पीड बेहतर हो जाएगी। यदि आप डिजाइनिंग से जुड़े सॉफ्टवेयर पर काम करते हैं, तो RAM थता processor भी upgrade करें और सामान्य हार्डडिस्क के बजाय SSD का इस्तेमाल करें। 

  2. Computer hang ho raha hai 
    कंप्यूटर हैंग होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। 

    वायरस के कारण:- कंप्यूटर में वायरस फैलने के कारण कई बार ऑपरेटिंग सिस्टम की मुख्य executable और Dll files वायरस से संक्रमित हो जाती हैं, जिसके बाद CPU का 100% utilization बढ़ जाता है, और सिस्टम हैंग करने लगता है। ऐसे में आप कुछ भी एक्टिविटी करने से पहले अपने C ड्राइव में रखे डाटा का बैकअप लेलें, क्योंकि अक्सर ऐसी स्थिति में सबसे पहले विंडोज Corrupt होती है। इसके बाद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर ओपन करने की कोशिश करें, यदि खुल जाता है, तो उसे अपडेट करें और full system scan पर लगा दें।

    यदि आपके कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल नहीं है, तो एंटीवायरस इनस्टॉल करने की कोशिश करें और उसे अपडेट कर Full system scan पर लगा दें। एक बात का खास ध्यान रखें की जो कंप्यूटर वायरस से अधिक संक्रमित है, उसे नेटवर्क या इंटरनेट से हटा दें, यानि (Isolate) कर दें। 

    हार्डडिस्क के कारण :- आम तोर पर देखा गया है, की system freeze होने या hang होने का एक मुख्य कारण हार्डडिस्क का सही से काम ना करना भी होता है। कई बार हार्ड डिस्क जो काफी लंबे समय से इस्तेमाल की जा रही होती है, उसमे bad sector आने से या हार्डड्राइव के corrupt हो जाने के कारण, कंप्यूटर हैंग करने लगता है, जिसका पता आप Computer management के अंदर System events को चेक कर के आसानी से लगा सकते हैं। ऐसी स्थति में hard drive को बदलना ही उचित होता है, ताकि भविष्य में आपको data loss की समस्या से ना गुजरना पड़े। 

  3. computer baar-baar restart ho raha hai 
    यदि कंप्यूटर बार-बार रीस्टार्ट हो रहा है, तो उसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में जब कंप्यूटर स्वतः ही बार-बार रीस्टार्ट होता है, तो आम तोर पर तीन प्रकार की निम्नलिखित problems निकल कर सामने आती हैं। 

    वायरस के कारण :- जैसे हमने ऊपर भी बताया की वायरस संक्रमण के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम की मुख्य फाइल्स सही से काम नहीं कर पाती हैं, थता कंप्यूटर के कई functions काम करना बंद कर देते हैं। तो ऐसी स्थिति में अक्सर कंप्यूटर बार-बार रीस्टार्ट होने लगता है, या जब आप किसी फाइल या सॉफ्टवेयर को खोलते हैं, तो कंप्यूटर रीस्टार्ट हो जाता है। इसके लिए एक ही उपाय है, की आप एंटीवायरस को अपडेट कर Full system scan करें और यदि तब भी समाधान नहीं हो पाता है, तो डाटा बैकअप लेकर सिस्टम फॉर्मेट कर दें। 

    Faulty (SMPS) Power supply :- SMPS जो की आम तोर पर कैबिनेट में पीछे की तरफ माउंट रहता है, इस के द्वारा ही पुरे कंप्यूटर को पावर सप्लाई मिलती है, और जब कई बार SMPS पूरी सप्लाई नहीं दे पाता है, या उसमे कोई खराबी आ जाती है, तो यह भी कंप्यूटर के बार-बार रीस्टार्ट होने का कारण बनता है। तो ऐसी स्तिथि में आप एक बार सप्लाई यानि SMPS बदलकर देख सकते हैं। 

    Faulty (RAM) Random access memory :- अधिक्तर Cases में RAM के सही से काम ना करने के कारण भी कंप्यूटर रीस्टार्ट होने लगता है। ऐसे में यदि आपके कंप्यूटर में दो RAM इनस्टॉल हैं, तो एक-एक कर उन्हें चेक करें, यानि पहले एक RAM को लगाएं और कंप्यूटर ऑन करें और देखें की क्या वह सही से चल रहा है, या नहीं, इसी तरह से फिर दूसरी RAM को भी चेक करें, यदि RAM में समस्या होगी तो वह आपकी पकड़ में आ जाएगी। यदि दोनों RAM faulty हैं, तो आपको नई RAM इनस्टॉल करनी होगी। 

    CPU overheating :- जैसे की आपको पता होगा की CPU यानि Central processing unit को कंप्यूटर का दिल कहा जाता है, यदि उसमे किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है, तो कंप्यूटर तुरंत response करता है। CPU द्वारा ही पुरे कंप्यूटर की प्रोसेसिंग की जाती है, और CPU लगातार काम करता रहता है।

    Continues काम करते रहने के कारण CPU काफी heat हो जाता है, और इसके तापमान को संतुलित बनाए रखने के लिए CPU के ऊपर एक Fan लगा होता है, जो लगातार CPU को ठंडा करता रहता है। यदि किसी कारण जब CPU के ऊपर लगा Fan काम करना बंद कर देता है, तो CPU overheat हो जाता है, और इस कारण कंप्यूटर रीस्टार्ट होने लगता है। तो कंप्यूटर रीस्टार्ट होने पर CPU फैन को जरूर चेक करें की क्या वह सही से काम कर रहा है, या नहीं और यदि फैन में कोई खराबी है, तो उसे बदल दें।


    Motherboard में हो सकती है समस्या :- यदि ऊपर बताए गए सभी पॉइंट्स की आप ने जाँच कर ली है, तो आंखरी में समस्या का एक ही कारण बचता है, वह है, आपका मदरबोर्ड। मदरबोर्ड कंप्यूटर का एक बहुत ही अहम् हिस्सा है, इसे Central circuit hub भी कहा जाता है, मदरबोर्ड द्वारा ही कंप्यूटर के एक हिस्से को दूसरे से कनेक्ट किया जाता है, साथ ही यह कंप्यूटर के मुख्य हिस्सों जैसे CPU, ग्राफ़िक कार्ड, मेमोरी इत्यादि को पावर देने का काम भी करता है। मदरबोर्ड में ढेरों कंपोनेंट्स लगे होते हैं, थता वह soldered connections से भरा होता है, जिनके द्वारा डाटा और पावर दोनों मदरबोर्ड के एक हिस्से से दूसरे तक पहुँच पाते हैं।

    कई बार जब motherboard में Power के connectors सही से नहीं लगे होते हैं, या दूसरे पार्ट्स जैसे RAM, Graphic card इत्यादि सही से fit नहीं किए जाते हैं, तो भी Motherboard सही से काम नहीं कर पाता है, या उसमे समस्या आने लगती है। ऐसे में motherboard को बदलने या Repair करवाने से पहले सभी पावर कनेक्टर्स थता पार्ट्स को सही से चेक कर लें की क्या वे सही से इनस्टॉल हैं, या नहीं। एक बात का खास ध्यान रखें की मदरबोर्ड कैबिनेट से direct टच ना हो, ऐसा होने पर मदरबोर्ड short हो सकता है, जिसके कारण भी कंप्यूटर रीस्टार्ट होने लगता है, या काम करना बंद कर देता है। 


  4. No bootable device found error aa raha hai
    यदि कंप्यूटर स्टार्ट करते समय ब्लैक स्क्रीन दिखाई दे रही है, और no bootable device का एरर आ रहा है, तो ऐसे में आपको बता दें की जब कंप्यूटर शुरुवाती Bios system boot process से होकर आगे बढ़ता है, तो ऑपरेटिंग सिस्टम खुलने के समय no bootable device found, 3F0 error, hard disk error या Insert boot disk जैसी error कई बार सामने खुल कर आ जाती हैं। इसका मुख्य कारण सिस्टम को bootable disk drive का ना मिलना होता है।

    सभी Computer’s ऑपरेटिंग सिस्टम को open करने के लिए बूट डिवाइस का उपयोग करते हैं, जो की आपके कंप्यूटर में Hard disk, या SSD के रूप में मौजूद होती है, और जब कंप्यूटर को स्टार्ट होते समय वह boot drive नहीं मिलती है, या drive corrupt हो जाती है, तो इस प्रकार के error आपके सामने आते हैं। इसके solution के लिए सबसे पहले आप कंप्यूटर को बंद करें और hard disk में लगे power थता data के connectors को सही से चेक करें की क्या वे सही से लगे हैं, या नहीं, और हो सके तो दूसरे कनेक्टर्स लगा दें।

    अब कंप्यूटर ऑन करके चेक करें की क्या वो सही हुवा या नहीं, यदि फिर से वही एरर आ रही है, तो कंप्यूटर स्टार्ट होते समय अपने कंप्यूटर अनुसार F2,F10,F12 या Dell का बटन दबाकर BIOS में जाएं और Boot sequence में जाकर first boot device में Harddisk को सेलेक्ट कर लें, या फिर BIOS को default सेट कर दें और F10 दबाकर सेट्टिंग save कर लें। इसके बाद कंप्यूटर रीस्टार्ट करके चेक करें की क्या वह open हुवा या नहीं, यदि नहीं हुवा तो हो सकता है, की आपके Hard drive में समस्या है, उसे Change कर लें। 

  5. Computer On nahi ho raha hai 
    यदि कंप्यूटर ऑन नहीं हो रहा है, तो सबसे पहले देखिये की क्या कंप्यूटर से जुड़ा पावर केबल power Socket में लगा है, या नहीं, और यदि कंप्यूटर UPS द्वारा कनेक्ट है, तो सुनिश्चित कर लें की UPS, ON हो। यदि फिर भी कंप्यूटर ऑन नहीं हो रहा है, तो Power cable बदल कर देखें।

    इसके बाद भी यदि कंप्यूटर में पावर नहीं आ रही है, तो हो सकता है, की Power supply (SMPS) के कनेक्टर्स Motherboard में सही से ना लगे हों, तो इसके लिए चेक करें की SMPS से निकलने वाले power connectors, मदरबोर्ड में सही से फिट हैं, या नहीं, उन्हें सही से कनेक्ट कर लें। तब भी यदि कंप्यूटर ON नहीं हो रहा है, तो निश्चित ही SMPS में खराबी आ गई होगी, तो SMPS बदल लें। 

  6. Computer On ho raha hai but display nahi aa raha hai 
    यदि कंप्यूटर स्टार्ट हो रहा है, लेकिन स्क्रीन पर कुछ नजर नहीं आ रहा है, तो इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं, इन्हे चेक करें। सबसे पहले चेक कर लें की स्क्रीन ok हो, और ऑन हो, थता स्क्रीन से निकलने वाली डिस्प्ले केबल (VGA या HDMI) कंप्यूटर (CPU) पर सही से जुड़ी हो, और यदि तब भी डिस्प्ले नहीं है, तो एक बार डिस्प्ले केबल भी बदल कर देख लें।

    डिस्प्ले ना आने का दूसरा कारण हो सकता है, की RAM ख़राब हो गई हो, तो यदि कंप्यूटर पर दो RAM लगी हैं, तो एक-एक कर उन्हें चेक करें, यदि दोनों ख़राब हैं, तो उन्हें बदल लें। यदि तब भी डिस्प्ले ना आए तो Motherboard में fault हो सकता है, उसे technician को दें और रिपेयर करवाएं। 

  7. Screen par colour change ho rahe hain
    यदि आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर झिलमिलाहट हो रही है, या उसमें लगातार Colour बदल रहे हैं, या lines आ रही हैं, तो इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।


    हो सकता है, की डिस्प्ले केबल (HDMI, VGA) सही से कनेक्ट ना हो, तो दोनों तरफ केबल को सही से कनेक्ट कर लें, या केबल बदल कर भी देख सकते हैं। आपकी स्क्रीन या मॉनिटर में भी समस्या हो सकती है, तो संभव हो, तो एक बार उस मॉनिटर या स्क्रीन को किसी दूसरे सही काम कर रहे कंप्यूटर के साथ कनेक्ट कर के देख लें, यदि वहां डिस्प्ले सही आ रहा है, तो आपकी स्क्रीन सही है, यदि नहीं तो स्क्रीन में समस्या है, उसे बदल लें।

    कई बार यह समस्या RAM के ख़राब होने के कारण भी आ जाती है, यदि स्क्रीन और डिस्प्ले केबल आपने चेक कर ली है, और  तब भी समस्या बनी हुई है, तो एक बार RAM निकाल कर साफ़ कर लें, या बदल लेंने के बाद चेक करें शायद समस्या ठीक हो जाए। 


  8. Computer on hone par blue screen aa rahi hai
    कंप्यूटर में आने वाली वभिन्न समस्याओं में से ब्लू स्क्रीन की समस्या को सबसे बुरी समस्याओं में से एक माना जाता है। ब्लू स्क्रीन की समस्या अक्सर कंप्यूटर पर काम करते हुए आ जाती है, और एक दम पूरी स्क्रीन नीले रंग की हो जाती है, जिसमे वभिन्न प्रकार के error कोड लिखे होते हैं। कई बार blue screen आ जाने से विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम भी corrupt हो जाता है, और User समझ नहीं पाते हैं, की आखिर समस्या किस वजह से है, क्योंकि अधिकत्तर cases में थोड़ा देर पहले तक कंप्यूटर सही चल रहा होता है। 

    ब्लू स्क्रीन की समस्या होने के आम तोर पर दो-तीन कारण हो सकते हैं, पहला कारण तो यह है, की जब आप कंप्यूटर में कोई नया पार्ट जोड़ते हैं, तो यदि कंप्यूटर उस पार्ट के साथ incompatible है, तो Blue dump आ जाता है, ऐसे में ध्यान करें की क्या ब्लू स्क्रीन आने से पहले आपने कंप्यूटर पर कोई नया पार्ट तो नहीं जोड़ा था, यदि जोड़ा था, तो उसे हटा दें। 

    दूसरा कारण कंप्यूटर के ड्राइवर Corrupt होने पर या नए ड्राइवर अपडेट होने के दौरान यदि कंप्यूटर बंद हो गया है, तो यह भी कई बार ब्लू स्क्रीन आने का कारण होता है। तो ऐसी स्थति में कंप्यूटर को रीस्टार्ट करें और बूट होते समय लगातार F8 प्रेस करें, जिसके बाद last known good configuration के टैब पर जाकर एंटर कर दें, और विंडोज खुलते ही विंडो अपडेट पर लगा दें, जिस से विंडो और ड्राइवर दोनों अपडेट हो जाएंगे, और PC फिर से सही से काम करने लगेगा। 

    ब्लू स्क्रीन आने का तीसरा कारण ख़राब RAM, या हार्डडिस्क भी हो सकती है, यदि ब्लू स्क्रीन आने से पहले आपने RAM या HDD में कोई बदलाव किया है, तो उसे फिर से पुरानी स्तिथि में ले आएं समस्या solve हो जाएगी। 

  9. (CPU) Cabinet Heat ho raha hai
    यदि आपका (CPU) या कैबिनेट काफी ज्यादा गरम हो रहा है, तो निश्चित ही CPU के ऊपर लगा Fan बंद हो गया है, या वह सही से काम नहीं कर रहा है। यह fan मदरबोर्ड में मौजूद (CPU) के ऊपर लगा होता है, जिसका काम CPU के तापमान को स्थिर बनाए रखना है, यदि किसी कारण वह FAN बंद हो जाता है, तो CPU का तापमान काफी अधिक बढ़ने के कारण वह गर्मी कैबिनेट को छूने पर भी महसूस की जा सकती है। तो ऐसी समस्या होने पर आप कंप्यूटर को बंद करें और ख़राब FAN को बदल दें, जिससे समस्या का समाधान हो जाएगा। 

  10. Computer me data show nahi ho raha hai
    कई बार कंप्यूटर में ऐसी समस्या भी निकल कर आ जाती है, जहाँ पर हार्ड ड्राइव या पैनड्राइव में रखा डाटा दिखना बंद हो जाता है। ऐसे समस्या उतपन्न होने पर User काफी टेंशन में आ जाते हैं, की आख़िर डाटा गया कहा ? दरअसल यह समस्या कई बार Virus या Malware संक्रमण के कारण सामने आ जाती है, जब आपके कंप्यूटर में या पैनड्राइव में वायरस संक्रमण हो जाता है, तो वह सबसे पहले विंडोज Registry में बदलाव करता है, और User डाटा को Hide कर देता है। 

    तो ऐसी स्थिति उतपन्न होने पर आप को बहुत धैर्य से काम लेना होता है, क्योंकि जल्दबादी में आप खुद ही अपने डाटा को डिलीट कर बैठेंगे। सबसे पहले एंटीवायरस को अपडेट करें, और एंटीवायरस अपडेट हो जाने के बाद Full scan पर लगा दें, और कंप्यूटर पर से इंटरनेट हटा दें। अब यदि Windows 10 है, तो जिस ड्राइव में डाटा है, उसे खोलें और ऊपर View के ऑप्शन में क्लिक करें, अब सीधे तरफ Options के टैब पर क्लिक करें।

    इसके बाद ऊपर तीन टैब दिखाई देंगे उनमे से View के टैब पर क्लिक करें अब बीच में Hidden files and folders के ऑप्शन में Don’t show hidden files को uncheck कर Show hidden files and folders पर tick लगा दें, और apply, ok कर दें। इसके बाद आपका डाटा जो hide हो गया था तो दिखने लगेगा। 

    यदि यह सब करने के बाद भी डाटा show नहीं हो रहा है, और Hidden files and folders के ऑप्शन पर लगाया गया tick save नहीं हो पा रहा है, तो आपको कंप्यूटर काफी ज्यादा infected है, पहले इसे पूरी तरह से Scan करें और complete होने पर रीस्टार्ट करके फिर से try करें।

निष्कर्ष

Computer troubleshooting in hindi

दोस्तों आपने Computer में आने वाली सामान्य Problems और उनके Solutions के बारे में जाना (Computer troubleshooting in hindi) इस पोस्ट से यही निष्कर्ष निकलता है, की कंप्यूटर से जुड़ी सामान्य समस्याओं का ज्ञान होना आपके लिए मददगार साबित हो सकता है, और एक शुरुवाती स्तर की ट्रबलशूटिंग आप खुद से भी कर सकते हैं।  

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