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Biometric device क्या है। Biometric attendance meaning in Hindi

आपने Biometric device या Biometric Attendance शब्द तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं, की बायोमेट्रिक क्या होता है, Biometric attendance meaning in Hindi और यह किस प्रकार काम करता है। यदि नहीं तो चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको बायोमेट्रिक के बारे में विस्तृत जानकारी देंने जा रहे हैं, ताकि आप जान सकें की बायोमेट्रिक डिवाइस क्या है, और यह कैसे काम करता है। 

आज टेक्नोलॉजी का सहारा लगभग हर क्षेत्र में लिया जा रहा है, इन्ही में से एक Security यानि सुरक्षा का क्षेत्र भी है, जहाँ पर ऐसी कई security devices उपलब्ध हैं, जिनके  उपयोग से कार्यों को automate करना और जानकारियाँ जुटाना आसान हो गया है, इन्ही सुरक्षा डिवाइस में से एक बायोमेट्रिक डिवाइस भी है, तो चलिए इसके बारे में जानते हैं। 

बायोमेट्रिक डिवाइस क्या है। Biometric device in Hindi

बायोमेट्रिक डिवाइस किसी व्यक्ति को उसकी बायोलॉजिकल विशेषताओं के आधार पर identify करने वाली एक डिवाइस है, यानि किसी व्यक्ति की पहचान को सुनिश्चित करने और उसे authenticate करने के लिए ही बायोमेट्रिक डिवाइस का उपयोग किया जाता है।

यह व्यक्ति की पहचान उसके चेहरे, उँगलियों के निशान, आँखों, उसकी आवाज या हस्ताक्षर इत्यादि, के द्वारा कर सकता है। आज हर छोटे-बड़े संस्थान, स्कूल, कॉलेज, बैंक, ऑफिस इत्यादि सभी जगह बायोमेट्रिक सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है।

बायोमेट्रिक का उपयोग आम तोर पर attandence सिस्टम प्रणाली को automate करने और साथ ही संवेदनशील विभागों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए किया जाता है। 

बायोमेट्रिक डिवाइस कैसे काम करता है।

Biometric device सही से काम कर सके, इसके लिए सबसे पहला कदम डिवाइस को configure करने का होता है, जिसमे सामान्य सी जानकारी जैसे Date-time- इत्यादि set किया जाता है, और साथ ही डिवाइस को नेटवर्क से जोड़ने के लिए उसमे IP एड्रेस भी कॉन्फ़िगर किया जाता है। 

इसके बाद किसी एक कंप्यूटर पर डिवाइस से जुड़ा सॉफ्टवेयर इनस्टॉल किया जाता है, और IP एड्रेस के माध्यम से डिवाइस को उस सॉफ्टवेयर के साथ जोड़ दिया जाता है।  

अगला कदम होता है, डिवाइस में Users को register करना, यानि इस प्रक्रिया में स्टाफ के हर उस User का डिवाइस में रजिस्ट्रेशन किया जाता है, जिसकी attendance की जानकारी इखट्टा करनी हो या संवेदनशील विभागों में उस व्यक्ति को access देना हो।

रजिस्ट्रेशन की इस प्रक्रिया में आम तोर पर RFID कार्ड या व्यक्ति की उँगलियों के निशान लिए जाते हैं, जिसके लिए व्यक्ति को डिवाइस में मौजूद fingerprint scanner पर अपनी ऊँगली रखनी होती है, और स्कैनर उँगलियों के उन निशानों को स्कैन कर लेता है। इसके साथ ही डिवाइस ऑपरेटर द्वारा उस व्यक्ति से जुड़ी दूसरी जानकारियाँ जैसे उसका नाम, पता और विभाग इत्यादि की जानकारी भी जोड़ दी जाती है।

अंत में डिवाइस में मौजूद सॉफ्टवेयर फीड की गई इस पूरी जानकारी को अपने पास स्टोर कर लेता है, और आगे कंप्यूटर पर इनस्टॉल मुख्य डेटाबेस डिवाइस में मौजूद पुरे डाटा को डाउनलोड कर लेता है।  

इस पूरी प्रक्रिया का फायदा यह होता है, की अगली बार जब कभी भी registerd व्यक्ति डिवाइस के स्कैनर पर अपनी ऊँगली को टच करता है, तो डिवाइस सॉफ्टवेयर आटोमेटिक ही अपने डेटाबेस से उस ऊँगली के निशान का मिलान करता है, और सही पाए जाने पर उस व्यक्ति को access दे देता है, और साथ ही सही तारीख और समय के साथ उस व्यक्ति की उपस्थिति भी दर्ज कर लेता है। 

Types of Biometric device in Hindi

मुख्य रूप से बॉयोमीट्रिक्स के दो प्रकार होते हैं। 

शारीरिक (Physiological)
व्यवहारिक (Behavioral)

शारीरिक (Physiological)

  • Fingerprint :- इसमें व्यक्ति की उँगलियों के निशान लिए जाते हैं।  

  • Facial recognition :- इस प्रकार के बायोमेट्रिक में व्यक्ति के चेहरे से उसकी पहचान की जाती है। 

  • Retina scan :- इसमें व्यक्ति की पहचान के लिए उसके रेटिना को स्कैन किया जाता है। 

  • Voice recoginition :- इसमें आवाज द्वारा व्यक्ति को identify किया जाता है।

व्यवहारिक (Behavioral)

  • Signature :- इसमें व्यक्ति के हस्ताक्षर करने के तरीके को गहराई से जाँचा जाता है, और उसी अनुसार व्यक्ति को authenticate किया जाता है। 

  • Typing pattern :- हर व्यक्ति की टाइपिंग का अपना एक अलग तरीका होता है, जैसे उनकी टाइपिंग की स्पीड, एक लेटर से दूसरे तक लगने वाला समय इत्यादि, यह सब इसमें देखा जाता है।  

बायोमेट्रिक डिवाइस के फायदे।

Biometric सिस्टम की लोकप्रियता और इसका उपयोग दोनों ही दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसके उपयोग के अनेकों फायदे हैं जिनमे से कुछ नीचे बताए गए हैं।

  • बायोमेट्रिक के उपयोग से सुरक्षा को बढ़ाया जा सकता है, चाहे फिर वह आपके डाटा की सुरक्षा हो या फिर संवेदनशील विभागों की सुरक्षा।
  • इसके उपयोग से कार्यों को ऑटोमेट किया जा सकता है, जैसे attendence सिस्टम।
  • इसके उपयोग से कार्यों में तेजी लाई जा सकती है। 
  • यह काफी सुविधाजनक साबित होता है। 
  • बायोमेट्रिक डाटा को ERP सिस्टम के साथ merg किया जा सकता है।
  • संवेदनशील स्थानों में अनचाहे प्रवेश को रोका जा सकता है।  

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आपने जाना बायोमेट्रिक डिवाइस क्या होती है, biometric attendance का मतलब क्या है, थता बायोमेट्रिक सिस्टम कितने प्रकार का होता है। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके काम आई होगी। यदि जानकारी आपको अच्छी लगी है तो इसे अपने मित्रों को भी शेयर करें धन्यवाद। 

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