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Software engineering kya hai

Software engineering kya hai – 2023 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने ?

हैलो दोस्तों यदि आप जानना चाहते हैं, Software Engineering kya hai एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आप को कौन सी degree या course की आवश्यकता पड़ेगी और Software engineer बनने के बाद आप के सामने career संबंधित किस प्रकार के विकल्प या मोके होंगे, यह सब कुछ आपको इस पोस्ट में बताया गया है, तो पोस्ट को पूरा पढ़े ताकि दी गई जानकारी आपके लिए लाभदायक साबित हो सके। 

जिस प्रकार कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में दिनों दिन बदलाव हो रहे हैं, चाहे वह Upgraded और नए Hardware की बात हो या फिर उसे कंट्रोल व मैनेज करने के लिए अनुकूल software की, यह दोनों ही ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमे हमेशा काम चलता रहता है।

कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का उपयोग ना सिर्फ आपके लैपटॉप या डेक्सटॉप कंप्यूटर तक ही सीमित है, बल्कि आज लगभग हर Industry में इस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है, जहाँ पर दिन रात काम कर रही Electronic devices इसी टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं। कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के दो भाग होते हैं, पहला भाग है, हार्डवेयर यानि कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का Physical हिस्सा और दूसरा है, Software यानि वह भाग जिसके द्वारा हार्डवेयर डिवाइस को कंट्रोल किया जाता है, या उस पर काम किया जाता है। 

Software engineering कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के इसी भाग यानि सॉफ्टवेयर को दर्शाता है, जहाँ पर Software के development, Software testing और Maintenance को perform करना सिखाया जाता है। अब आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का थोड़ा overview मिल गया होगा चलिए इसे विस्तृत कर समझते हैं, और आपको यह भी बताते हैं की आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बन सकते हैं।

Software Engineering kya hai

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग Computer science का क्षेत्र है, जो की दो शब्दो से मिलकर बना है, Software और Engineering अब यदि इन दोनों शब्दो को समझा जाए तो इसकी पूरी जानकारी आपके सामने आ जाती है। सॉफ्टवेयर जो की program या विभिन्न executable program’s के समूह से मिलकर बनता है, इसे कंप्यूटर या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को operate करने और किसी विशेष कार्य के लिए बनाया जाता है।

वहीँ इंजीनियरिंग किसी प्रोडक्ट को डेवलप और डिज़ाइन करने की एक प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत वैज्ञानिक (Scientific) सिद्धांतों और प्रक्रियाओं को ध्यान में रखा जाता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग IT Industry की एक ऐसी शाखा है, जिसका काम Software को design करना, Software develop करना और उनका Maintenance करना है।

इसमें User द्वारा product या device की requirement’s को समझा जाता है और उसके अनुसार सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट को डेवलप किया जाता है, जिसका परिणाम अंत में एक Reliable Software product के रूप में मिलता है। अब आपको यह जानकारी तो प्राप्त हो गई है की Software engineering kya hai लेकिन कैसे आप भी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं यह जानना अभी बाकि है, चलिए इसे भी समझते हैं। 

Software engineer kaise bane

यदि आपने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना तैय कर लिया है और इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो यह आपका एक अच्छा निर्णय साबित हो सकता है, लेकिन इसके लिए आपको काफी तैयारी करनी पड़ेगी यानि आपको खुद के लिए एक road map तैयार करना पड़ेगा। क्योंकि यदि किसी कार्य के प्रति आपका लक्ष्य साफ़ होगा तो ही आपको उस कार्य को करने में आनंद आएगा। एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की दिशा में नीचे दिए गए सुझाव आपके काम आएँगे। 

जानकारी इखट्टा करें

आपका सबसे पहला काम इस क्षेत्र से जुड़ी जानकारी इखट्टा करना होना चाहिए जिससे निर्णय लेना आसान हो सके और स्पष्टता आए, क्योंकि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग एक बड़ा क्षेत्र है, जिसके अन्तर्गत कई technical expertise शामिल हैं, उनमे से दो मुख्य इस प्रकार हैं। Application software developer, System software developer और इन दोनों के job profile एक दूसरे से अलग हैं। 

यानि वैसे तो दोनों ही सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के अंतर्गत हैं लेकिन दोनों में डेवलपर के कार्य बिलकुल अलग हैं। आपका यह जानना इसलिए आवश्यक है ताकि इसके अनुसार ही आप अपनी योजना बनाएँ और अपने Job description को तैय कर सके।

Software engineering Course या degree लेनी होगी

आपका दूसरा कदम Computer Science या संबंधित क्षेत्र से bachelors degree लेना होना चाहिए, यह एक पारंपरिक तरीका भी है और लगभग सभी सॉफ्टवेयर इंजीनियर इसी तरह से इंजीनियरिंग क्षेत्र में कदम रखते हैं। हालाँकि यदि किन्ही कारणों से आप डिग्री लेने में सक्षम नहीं हैं तो ऐसे में प्रोग्रामिंग या सॉफ्टवेयर डेवलोपमेन्ट संबंधित छोटे अवधी के Course भी किसी प्रतिष्ठित Institute से कर सकते हैं, ताकि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में अपनी शुरुवात कर सकें।

लेकिन यदि आप कंप्यूटर क्षेत्र से डिग्री प्राप्त कर लेते हैं, तो इससे आपका प्रोफाइल बेहतर होगा, Opportunity’s ज्यादा होंगी थता job इंटरव्यू के समय आपको preference दी जाएगी, इसके साथ ही करियर में growth की संभावनाए बढ़ जाएंगी। 

Programming language में अपनी Skills को improve करें

एक बार जब आपने डिग्री या कोर्स पूरा कर लिया है, तो इससे निश्चित ही विषय में आपकी theoretical knowledge बढ़ गई होगी, लेकिन खुद से software develop करना अभी भी आपके लिए आसान नहीं रहेगा क्योंकि सॉफ्टवेयर डेवलप करने के लिए किसी language की गहरी जानकारी होना आवश्यक है, जो की Practical करने और एक Language की practice करने से ही संभव हो पाएगा।  

यानि आपको सभी programming language में से अपनी पसंद के अनुसार किसी एक का चुनाव करना होगा और उस पर अपनी Knowledge को पढ़ कर और practical कर बढ़ाना होगा जिससे की आप अपना एक शुरुवाती Program develop कर सकें और इसी तरह से जब एक language में अच्छे से आपकी Expertise हो जाए तो दूसरी को पढ़ सकते हैं। कुछ लैंग्वेज जिन्हे आप सीख सकते हैं, वे इस प्रकार हैं Ruby, Java, Python, C++,C language, Javascript.

Software project तैयार कर अभ्यास करें

इसके बाद जब आपको किसी programming language का ज्ञान हो जाए तो अपनी knowledge और skills को खुद का Program, software या project बनाकर test करें, क्योंकि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट job में theatrical knowledge से अधिक महत्व आपकी skills और hands on experience को दिया जाता है। 

Internship करें।

अब जब आपने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त कर ली है, किसी एक programming language में थोड़ा बहुत Experience भी ले लिया है और आप कुछ छोटे-मोटे सॉफ्टवेयर भी खुद से तैयार कर लेते हैं, तो यह समय आ गया है Internship करने का, यानि किसी professional software developer के under एक fresher के तोर पर काम करना जो आपके लिए बिलकुल एक नया experience साबित होगा, 

और आपको बहुत कुछ नया सीखने को भी मिलेगा यानि active सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट में आपके काम की भी भूमिका होगी। इंटर्नशिप की अवधी सामान्य तोर पर 3 से 6 महीने की होती है और आम तोर पर उसी कंपनी या प्रोफेशनल के under में आपको job opportunity भी मिल जाती है।  

Job अवसरों को खोजें और Apply करें।

अब समय आ गया है जब आपको अपने Resume पर focus करना है, क्योंकि यह आपके चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आम तोर पर अच्छे कॉलेज से डिग्री पूरी करने के बाद आपको कॉलेज से ही Placement मिल जाता है, या फिर आप खुद से भी कहीं इंटर्नशिप कर रहें हैं तो भी कई बार आपको उसी कंपनी से जॉब ऑफर कर दिया जाता है, जो की शुरुवाती रूप में किसी के लिए भी एक अच्छी opportunity हो सकती है।

यदि इन दोनो विकल्पों को छोड़ दिया जाए तो भी Software engineering के क्षेत्र में आपके पास कई विकल्प खुले रहेंगे आप किसी भी बड़ी कंपनी में programmer के तोर पर apply कर अपनी शुरुवात कर सकते हैं और समय के साथ जैसे-जैसे आपका experience बढ़ता है, आपके लिए दूसरी positions भी खुल जाती हैं, जैसे Game developer, database administrator, Web developer इत्यादि। 

क्योंकि प्रोग्रामिंग या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमे job opportunity’s की कोई कमी नहीं है।  यदि job में आप interested नहीं हैं तो भी कुछ साल का job experience प्राप्त करने के बाद आप अपनी खुद की कंपनी भी शुरू कर सकते हैं। 

निष्कर्ष

इस पोस्ट में आपने जाना Software engineering kya hai और Software engineer kaise bane जिस प्रकार हमने step by step आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के बारे में जानकारी दी है, उनको ध्यान में रख कर आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के पथ पर अग्रसर हो सकते हैं, और हमें उम्मीद है, यदि आप दी गई इन मुख्य बातों का अनुसरण करते हैं तो निश्चित ही सफलता प्राप्त करेंगे, और यदि इस पोस्ट से जुड़े आपके कोई सवाल हैं, या हमारे लिए किसी प्रकार का सुझाव है, तो आप कमेंट द्वारा हमें बता सकते हैं। 

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