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Computer virus kya hai

कंप्यूटर वायरस क्या होता है? (Computer Virus In Hindi) और इसके प्रकार

लैपटॉप या डेस्कटॉप के हमेशा अच्छे प्रर्दशन के लिए यह जरुरी है, की वह Virus free रहे और इसके लिए आपको वायरस से जुड़ी जानकारी होना बहुत जरुरी है, जैसे की कंप्यूटर वायरस क्या है, What is Computer Virus in hindi इसके प्रकार कौन से हैं, यह कैसे फ़ैल सकता है और इससे बचाव और उपाय क्या हैं।

जब कभी भी हम कोई नया device खरीदते हैं, तो शुरु में उसकी performance काफी बढ़िया रहती हैं, और हर कार्य काफी तेजी से पूरा हो जाता है, लेकिन कुछ समय बाद device की processing में थोड़ा समय लगने लगता है, और पहले के मुकाबले device थोड़ा slow हो जाता है। 

इसके पीछे दो कारण होते हैं, पहला तो यह की हमारे सभी जरुरी सॉफ्टवेयर और डाटा उसमे आ जाता है, जिससे CPU Utilisation बढ़ जाता है, और गति धीमी हो जाती है, और दूसरा तब होता है जब device Virus infected हो गया हो, तो आइए समझते है, वायरस इन्फेक्शन से जुड़ी पूरी जानकारी।

कंप्यूटर वायरस क्या होता है (What is Computer Virus in Hindi)

कंप्यूटर वायरस एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम या कोड होता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण के लिए तैयार किया जाता है, यानि यह इस तरह से प्रोग्राम होता है, की किसी कंप्यूटर या नेटवर्क में खुद ब खुद फैलता जाता है, और दूसरे सॉफ्टवेयर कोड और कंप्यूटर नेटवर्क को संक्रमित कर देता है। जिसके कारण डिवाइस या नेटवर्क की प्रोसेसिंग काफी धीमी हो जाती है, और user को कार्य करने में मुश्किलें आने लगती हैं।

कंप्यूटर वायरस कैसे फैलता है?

किसी कंप्यूटर या नेटवर्क में वायरस संक्रमण के कई श्रोत हो सकते हैं, जिन्हे क्रमशः समझते हैं।

इंटरनेट द्वारा वायरस इन्फेक्शन :- इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय आपके कंप्यूटर में वायरस संक्रमण की सबसे अधिक आशंका रहती है,क्योंकि इंटरनेट एक खुला नेटवर्क है जिसमे हर रोज ऐसे हजारों वायरस डालें जाते हैं जिनके द्वारा अधिक से अधिक नुक्सान किया जा सके।

स्टोरेज डिवाइस द्वारा वायरस इन्फेक्शन :- वायरस संक्रमण का दूसरा सबसे सामान्य स्रोत स्टोरेज डिवाइस हैं,जैसे की पेन ड्राइव,हार्ड डिस्क इत्यादि, जो आज कल सामन्यतः हर कोई इस्तेमाल करता है। स्टोरेज डिवाइस को जब हम डाटा लेने या देने के लिए किसी दूसरे संक्रमित कंप्यूटर पर लगाते हैं तो वहाँ से अक्सर वायरस हमारे स्टोरेज डिवाइस में आ जाता है और किसी सही काम कर रहे कंप्यूटर पर स्टोरेज डिवाइस का इस्तेमाल करते है सक्रीय हो जाता है।

डाउनलोड द्वारा वायरस इन्फेक्शन :- जब कभी आप इंटरनेट से कुछ डाउनलोड करते हैं जैसे की कोई प्रोग्राम,फाइल या कोई मूवी तो कई बार वह फाइल पहले से ही संक्रमित होती हैं और आपके द्वारा फाइल चलाते ही वायरस सक्रीय हो जाता है।

ईमेल अटैचमेंट द्वारा वायरस इन्फेक्शन :- ईमेल सर्विस का इस्तेमाल हम सभी करते हैं कई बार बड़ी कंपनियों के नाम पर संक्रमित अटैचमेंट भेजी जाती हैं जिन्हे यदि गलती से भी खोल दिया जाए तो पल भर में ही वायरस अपना काम शुरू कर देता है और संक्रमित स्क्रिप्ट या प्रोसेस चलने लगतीं है।

पायरेटेड या क्रैक सॉफ्टवेयर द्वारा वायरस इन्फेक्शन :- जब कभी हम पायरेटेड सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल करने की कोशिश करते हैं, तो एंटीवायरस सॉफ्टवेयर उसे वायरस घोषित कर डिलीट कर देता है कारण यह है की पायरेटेड सॉफ्टवेयर में संक्रमित स्क्रिप्ट और कोड होते हैं, जो आपके डिवाइस को नुक्सान पहुँचा सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस के प्रकार (Types of Computer virus in Hindi)

कंप्यूटर वायरस के कई प्रकार होते हैं जिनमे से इसके चार प्रकार आपको निचे दिए गए हैं और अपने प्रकार के अनुरूप ही वायरस किसी कंप्यूटर को संक्रमित करते हैं।

Boot sector Virus :- इस प्रकार का वायरस किसी भी डिवाइस की जड़ यानि boot sector को संक्रमित कर देता है,boot sector डिवाइस का वो हिस्सा होता है जहाँ डिवाइस के OS को लोड करने की महत्वपूर्ण फाइल मौजूद होती हैं तो वायरस संक्रमण के कारण या तो OS खराब हो जाता है या फिर लगातार रीस्टार्ट होता रहता है।

File Virus :- इस प्रकार का वायरस executable files को overwrite कर उनमे अपना कोड डाल देता है, executable files वो फाइल होती हैं जो मुख्यतः सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करने में इस्तेमाल होती हैं जैसे की .EXE फाइल,जैसे ही Executable फाइल को चलाया जाता है तो वायरस भी उसके साथ ही सक्रीय हो जाता है और फाइल को पूरी तरह से damage कर देता है।

Polymorphic Virus :- यह वायरस encrypted mode में रहता है और लगातार अपने रूप में बदलाव करता रहता है,जिससे किसी एंटीवायरस का इसे पकड़ना थोड़ा मुश्किल हो जाता है यानि यह एक काफी जटिल वायरस है जो कंप्यूटर के डाटा थता डाटा के प्रकार को संक्रमित कर देता है।

Overwrite Virus :- जैसे की इसके नाम से पता चलता है यह एक Overwrite वायरस है जो आपके कंप्यूटर में saved फाइल को overwrite कर देता है यानि उसके डाटा में पूरी तरह से बदलाव कर अपना कोड डाल देता है जिससे उसे समझना नामुमकिन हो जाता है और अंत में फाइल किसी काम की नहीं रहती तो उसे डिलीट करना पड़ जाता है इससे बचने के लिए
अनचाहे ईमेल अटैचमेंट को खोलने से परहेज़ करना चाहिए।

कंप्यूटर वायरस से बचाव कैसे करें

किसी कंप्यूटर,लैपटॉप,स्मार्ट फोन या दूसरी डिवाइस को वायरस के संक्रमण से बचाव के कुछ जरुरी नियम होते हैं, जिनका पालन करना एक user के लिए बहुत जरुरी है। 

डिवाइस को Virus infection से बचाने के लिए मुख्य जरुरी नियम।

  • हमेशा genuine सॉफ्टवेयर का ही उपयोग करें।
  • सिस्टम को Updated रखें।
  • सिस्टम में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इनस्टॉल और अपडेट रखें।
  • दूसरों की पेनड्राइव लगाने से पहले उसे स्कैन करें।
  • इंटरनेट इस्तेमाल करते समय untrusted साइट्स को ना खोलें।
  • इंटरनेट पर आने वाले Pop-up या लिंक पर क्लिक ना करें।
  • अनजान व्यक्ति की ईमेल अटैचमेंट खोलने से बचें।
  • समय-समय पर सिस्टम स्कैन करें।
  • अनजान Exe या script फाइल्स को Run ना करें।
  • Untrusted sites से सॉफ्टवेयर डाउनलोड ना करें। 

कंप्यूटर पर से वायरस को कैसे हटाए

आपने पढ़ा कैसे किसी डिवाइस को वायरस संक्रमण होने से बचाया जा सकता है, और अब हम जानेगे की यदि किसी कंप्यूटर में वायरस संक्रमण हो गया है, तो उसे कैसे Clean या Remove किया जा सकता है।

:- सबसे पहले उस कंप्यूटर को बाकि सभी कम्प्यूटरों से अलग कर दें यानि यदि नेटवर्क में कनेक्ट है, तो उसे नेटवर्क और इंटरनेट से हटा दें और उससे किसी भी प्रकार से डाटा का लेन देन बंद कर दें। 

:- इसके बाद यदि उस कंप्यूटर मे एंटीवायरस इनस्टॉल है, तो एंटीवायरस को अपडेट कर लें और अपडेट होने के बाद सिस्टम को फुल स्कैन पर लगा दें और यदि लाइसेंस एंटीवायरस नहीं है, तो आप Malware byte या super anti spyware सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह कुछ समय के लिए मुफ्त होते हैं, और काफी कारगर भी होते हैं। 

:- फुल सिस्टम स्कैन के बाद अपना कीमती डाटा C ड्राइव से कॉपी कर दूसरी किसी भी ड्राइव में रख लें जिससे यदि सिस्टम रीस्टार्ट के बाद लोड नहीं होता तो आपका डाटा सुरक्षित रहे। फिर कंप्यूटर को रीस्टार्ट करें और रीस्टार्ट होते ही सिस्टम में बनी Temp files और Cache files को डिलीट कर दें। 

:- इसके लिए आपको कीबोर्ड पर बने Windows और R के बटन एक साथ दबाने हैं आपके सामने RUN खुल जाएगा इसमें %temp% टाइप कर एंटर कर दें फिर दिख रही सभी फाइल्स को सेलेक्ट कर डिलीट कर दें और ऐसे ही फिर temp लिखें और दिख रही सभी फाइलों को डिलीट कर दें।

:- फिर से इसमें Prefetch टाइप कर इंटर करें और सभी फाइल डिलीट कर दें अब इसमें cleanmgr लिख एंटर करें और C ड्राइव को सेलेक्ट कर cleanup चला दें। इसके बाद सामान्यतः कंप्यूटर में से वायरस निकल जाता है, और यदि अभी भी स्तिथि पहले की तरह है, तो अच्छा होगा की आप कंप्यूटर फॉर्मेट करा लें।

निष्कर्ष

तो हमें उम्मीद है अब आपको जानकारी हो गई होगी की कंप्यूटर वायरस क्या है, What is computer virus in hindi इसके प्रकार कौन से हैं, और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है और साथ ही संक्रमण को कैसे अपने कंप्यूटर से निकाला जा सकता है। दोस्तों यदि आपका हमारी इस पोस्ट के बारे में कोई सुझाव हैं, या आपको कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट द्वारा पूछ सकते हैं, धन्यवाद।

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